Wednesday, August 31, 2016

Thank you again

बड़े दिनों बाद आज बारिश हुई। 

अच्छा लगा। 

धन्यवाद। 

Thank you

मैं स्वस्थ हूँ, प्रसन्न हूँ, कार्यरत हूँ। 

धन्यवाद। 

Tuesday, August 30, 2016

Thank you again

दिन अच्छा निकला। 

न किसी का बुरा किया। न किसी ने बुरा किया। 

धन्यवाद। 

Thank you

मैं स्वस्थ हूँ। प्रसन्न हूँ। कार्यरत हूँ। 

धन्यवाद। 

Monday, August 29, 2016

Thank you again

मौसम सुहाना था। मुस्कुराते हुए फूल दिखे। अच्छा लगा। 

धन्यवाद। 

Thank you

मैं स्वस्थ हूँ, प्रसन्न हूँ, कार्यरत हूँ। 

धन्यवाद। 

Friday, August 26, 2016

Thank you

मैं स्वस्थ हूँ, प्रसन्न हूँ, कार्यरत हूँ। 

इस वाक्य को मैं लिख सका, उसका भी धन्यवाद। 

Thursday, August 25, 2016

Thank you again


बहुत ही अच्छा दिन गुज़रा। एक याचना भी लिखी। 

प्रेरणा देने के लिए, मुझसे लिखवाने के लिए उस अदृश्य को धन्यवाद देता हूँ। 

Thank you


आज चारों तरफ़ उत्सव का माहौल है, और मैं इन सबमें शामिल हो सकता हूँ, इसके लिए ईश्वर का कोटि-कोटि धन्यवाद। 

Wednesday, August 24, 2016

Thank you again

जब-जब जिन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया, मुझे समझाया, ग़लत राह पर जाने से बचाया, उन सबका शुक्रिया। 


Thank you

सब उत्सवों में मैं शामिल हो सका, आनन्द उठा सका, सबका साथ मिल सका, इन सबके लिए सबका शुक्रिया। 

Tuesday, August 23, 2016

Thank you again


दिन अच्छा गुज़रा। 

कोटि-कोटि धन्यवाद। 

Thank you

मैं स्वस्थ हूँ। काम कर सकता हूँ। हँस-बोल सकता हूँ। 

इस ख़ूबसूरत दुनिया को निहार सकता हूँ। 

इन सबके लिए सबका शुक्रिया। 

Monday, August 22, 2016

Thank you again

मैं स्वस्थ हूँ। मेरा घर है। सब कुछ ठीक है। 

सबका शुक्रिया। 

Thank you

मैं स्वस्थ हूँ। और मौसम भी सुहाना है। जो चाहूँ वो खा-पी रहा हूँ। 

इसके लिए ईश्वर का कोटि-कोटि धन्यवाद। 

Friday, August 19, 2016

Thank you again


मैं ख़ुश हूँ कि मुझे सब कुछ आसानी से प्राप्त हो गया और हो रहा है। 

सबका शुक्रिया। 

माँ का भी जिसने कभी कुछ करने को नहीं कहा, न पढ़ने को, न खेलने को, न काम करने को। मैं जैसा था, वैसा ही ठीक था, उनके लिए। पिता भी ऐसे ही थे। 

और ननिहाल में बहुत प्यार मिला। दासाहब अवश्य ग़ुस्से वाले थे। लेकिन, परिवार का ढाँचा कुछ ऐसा था, कि उनसे कभी आमना-सामना नहीं हुआ। 

Thank you


मैं स्वस्थ हूँ, प्रसन्न हूँ, कार्यरत हूँ। इसके लिए और बाक़ी सब के लिए मैं सृष्टा का शुक्रगुज़ार हूँ। 

Thursday, August 18, 2016

Thank you again

मुझे सुख-सुविधा के लिए जितने साधन चाहिए, सब मेरे पास हैं। किसी भी कमी का कोई अहसास नहीं है।

इसके लिए मैं ईश्वर का और उन सबका जो मेरे साथ चले, मेरा हाथ थामा, सहयोग दिया, उन सबको धन्यवाद देना चाहता हूँ। 

मेरे कारण किसी को दु:ख न पहुँचे, बस इसकी प्रार्थना है और उसका प्रयास है। कोई अगर-मगर न हो। कोई सफ़ाई न देनी पढ़ें। 

Thank you

मैं स्वस्थ हूँ, प्रसन्न हूँ, कार्यरत हूँ। इन सब के लिए, और इस सुन्दर संसार के लिए, मैं परवरदिगार का और अपने शुभचिंतकों की शुभकामनाओं का बहुत-बहुत शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ।