Thursday, August 18, 2016

Thank you again

मुझे सुख-सुविधा के लिए जितने साधन चाहिए, सब मेरे पास हैं। किसी भी कमी का कोई अहसास नहीं है।

इसके लिए मैं ईश्वर का और उन सबका जो मेरे साथ चले, मेरा हाथ थामा, सहयोग दिया, उन सबको धन्यवाद देना चाहता हूँ। 

मेरे कारण किसी को दु:ख न पहुँचे, बस इसकी प्रार्थना है और उसका प्रयास है। कोई अगर-मगर न हो। कोई सफ़ाई न देनी पढ़ें। 

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