Wednesday, February 8, 2017

Thank you again

Thank you

 मनीष कुमार गुप्ता द्वारा निदा फ़ाज़ली साहब का स्केच। 

आज निदा साहब को गुज़रे एक वर्ष हो गया। 




Friday, February 3, 2017

Thank you

उलझन सुलझे ना, रस्ता सूझे ना, जाऊँ कहाँ मैं?

(साहिर)

Thursday, February 2, 2017

Thank you again

Thank you

कलकत्ता। 1984. मेरे द्वारा लिया गया मम्मी का पहला फ़ोटो। कैमरा राजेश का था। HotShot. बॉलकनी में तुलसी में पानी दे रहीं हैं। 

Friday, January 20, 2017

Thank you again

Thank you

वसंत रहा है

पतझड़ जा रहा है

प्रकृति का सौन्दर्य 

हमेशा की तरह

लुभा रहा है